Saturday, 22 October 2022

गुरू रे गोवींद दिजो रे बताय

गुरू रे गोवींद दिजो रे बताय
गुरूजी तुम्हारा पय्याँ लागू रे
गुरू रे घट मऽ ईधारो बाहेर सुज नही रे
गुरू म्हारो ज्ञान को दिपक जलाओ
गुरू रे जन्म जन्म को हाऊ तो सोई रयो रे
गुरू मखऽ अवसर मऽ दिजो रे जगाय
गुरू रे भव सागर म जळ उंडो घणो रे
गुरू रे हमक उतारो पयली पार
गुरू रे दास दल्लूजा की बिनती रे
गुरू रे राखो तो चरण आधार

No comments:

Post a Comment