माता रनु देवी आया मेजवान देवा झालरियो
हा तुम चलो म्हारी गवरा बाई साथ देवा झालरियो
मस्त महीनों चैत को आयो,
चौ दिशा म आनन्द छायो
हा ओ सारी सखिया सजाव सिन्गार देवा झालरियो
हो चैत वद्धि ग्यारस की मुठ धरावा,
तिथि तीजी तीज को पाठ बिठावा
हा रे घर घर होय मंगलाचार देवा झालरियो
सब सखियन मिले खेले पाती,
अपने मन में खोब मुस्काती
हा रे म्हारी रनुबाई की महिमा अपार देवा झालरियो
धाणी घुघड़ा को तम्बुल बाट,
माता क पोइचावण चल्या जब घाट
हा रे राजा धणीयर घोड़ी असवार देवा झालरियो
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