पियु जी बिना म्हारो प्राण पड़े म्हारी हेली जल बिन मछली मरे
हे कोन मिलावे म्हारा राम से म्हारी हेली हे रोई रोई रुदन करा
म्हारी हेली हो चालो हमारा देश....
के सोतो तिरंग महेल में म्हारी हेली झा जड़ जतन कराय
हे कोन मिलावे म्हारा राम से म्हारी हेली हे रंग भर सेज भिछाय
म्हारी हेली हो चालो हमारा देश....
हा छोड़ी दो पियर सासरो म्हारी हेली छोड़ी दो रंग भरी सेज
छोड़ो पीताम्बर हो म सो म्हारी हेली हे कर लो रे भगनो भेस
म्हारी हेली हो चालो हमारा देश....
हा एक भाण की वहा क्या पड़ी म्हारी हेली करोड़ भाण प्रकाश
हे साहब कबीर धर्मी हो लिया म्हारी हेली हे असल सूरीलो म्हारो देश
म्हारी हेली हो चालो हमारा देश....
हा लगा गुराजी रा बाण....
म्हारी हेली हो चालो गुरजी रा देश....
हा आओ गुरजी रा देश....
म्हारी हेली हो चालो हमारा देश....
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