राम भजन कर भाई रे नुगरा, नाव किनारा आई रे भाई
पैसा सरीका टिपकला, जीसमे अंडा धरावे
आट मास गरब म रइयो = करी किड़ा की कमाई
इना नरक से बाहर करो, कळु की हवा खाता
हाथ जोड़ी न कलजुग म आयो=प्रभु क पल म भुलायो
बाल पणा म खेल गमायो, जवानी म भरनींद सोयो
दास कबीरजा की बजीर पड़ी रे =अब कह क्यो पछताई
आयो बुड़ापो न लग्यो रे कुड़ापो, लकड़ी लिनी हाथ
पाव चल तो ठोकर खावे = जरा सुद नही पाई
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