क्यो रोवे मोरी माई हो ममता क्यो रोवे मोरी माई
पाँच हाथ को कफन बुलायो, अप दियो झपाई
चार वेद चौरासी लीजियो = उपर लीयो उठाई
लाख करोड़ माया हो जोड़ी, कर कर कपट का माही
नही तुन खाई, नही तुन खरची =रई गई धरी की धरी
भाई बन्धू थारो कुटूम कबीलो, सबई रोवे रे घर बार
छोरि हो तीरीया तीन दिन रोवे = दूसरो कर घर बार
हाड़ जल जसी बंध कीहो लकड़ी, कैश जल जसो घाँस
सोना सरीकी थारी काया हो जल = कोई नी थारा पास
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