"हम परदेशी पावणा दो दिन का मेजवान"
कबीरो किन भरमायो, अम्माँ महारो कबीरा की औरत कहती सासु से, ऐसो पुत्र क्यो जायो खबर हुती मख नीच काम की = ब्याव काहै को करती कबीरा की माता कहती कबीर से, तुन म्हारो दुध लजायो खबर हुती मख गर्भवाँस की = दुध काहे को पिलाती
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