Saturday, 14 March 2020

तुक जरा दया नही आई म्हारा दिलभर

तुक जरा दया नही आई म्हारा दिलभर माया तोड़ी गयो घड़ी पल म
टप-टप आसू चुभ म्हारा दिल म रोती छोड़ी रंगमहेल म
माय बाप ने पैदा करी, जलम दिया रे भगवान
छटी माता न लेख लिखीया नही मिटाओ आक्षर
माय बिना तो झूरे मायरो तोता बिन झूरती मैना
परबत म्याना झूरे मोहणी सजन बिना झूरती अबला
माय बाप ने महेल बनाया महल बधाया रहने का
चन्दन काट कर झूला बनाया डोर लगाया रेशम का

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