चुन्दड़ी नो सिनगार हलो न प्रभु जी म्हारो हालरो
राधे जी पाणी क नीसरिया खुटी म टाग्यों छे हार
पाणी लई न पछा आविया
खुटी नही मिल्यो हार
देख्यो पड़ोसेन म्हारो हालरो देख्यो होय तो बताव
हमन देख्यो राधा हालरो
लईगा कृष्ण मुरार
कृष्ण जी हालरो लाविया हालरो दियो दपड़ाय
घाघरी म हालरो दाबिया
कृष्ण नही रे बताय
नरस्यानुस्वामी न सावँरा अरे रुड़ा रास रमाय
हालरो देख्यो हो राधा हालरो
हमन दियो दपड़ाय
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