Monday, 25 March 2019

आड़ा जड़िया किवाड़ सुंदर

आड़ा जड़िया किवाड़ सुंदर मुख बोले नही
ठग रे ठाकुर थारा आंगणा राधा महेल का माय
निकळो हो राधा गौरी बायरा
चलो रास का माय
झटक बिझायो काळो कमळो जा पर बठो म्हारा नाथ
हम पर मन मैळो राखजो
जाओ कुबजा नु द्वार
बिंद्रा हो बन की कुन्ज में मोहन बाग लगाय
चम्पा चमेली धवणो मोगरो
बिच लगई रे अनार
कृष्ण जी गया चम्पा बाग में लाया चम्पा नु फुल
एक एक फुलड़ा हो बाटिया
नही दिया राधे का हाथ
दूर की उठी रे काळई बादळी बिजळा होया रे आकाश
झिरमिर मेवलो बरसे
बरसे आखंड धार

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