Saturday, 12 August 2017

डोलो सजायो रे राई आंगणा

डोलो सजायो रे राई आंगणा, तिरीया हल्द लगावे
यम न झंडा रोपीया, रोपीया काया का माय
लूट सके तो लुट ले = लुट लिया हो बाजार
बम का बाजा बजी रया, बजी रया रनवास
सखीयन मंगल गावियाँ = हुई रई जय जय कार
हाथ म कंडो रखी लियो, पाछ रड़ परिवार
बिच म काया जाई रई = गई स्वर्ग द्वार
भाई रे बंधू थारो आई गया, सजी धजी रे बारात
भाई रोव न वोकी तिरीया = चला रेवा का माय
रेवा जी के घाट पर, सळ दियो हो रचाय
आग लगाई न पाछा आविया = पाणी अंग लगाय

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