सजन बड़ा बईमान हैं, दगा दिया परदेसी
काया जिव से कह रही, सुण ले प्राण अधार
लागी लगन पिया मत तोड़ो, मैं तो तेरे पास
जिव काया से कह रहा, सुण ले काया म्हारी बात
अष्ट पहर दिन रेन के, प्रीत बालपणा का साथ
तुम राजा हम प्रजा हैं, फिरि गई राम दुहाई
तुम पुरुष हम कामिनी, किस मद में रहते
मै पंछी परदेस का, मेरी मत कर आस
देख तमासा संसार का, दूजो कर घरबार
चार दिन को खेल हैं, खेलो संग साथ
मनरंग स्वामी यू कहें, मेरी मत कर आस
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