"हम परदेशी पावणा दो दिन का मेजवान"
मने पियरीयो हैवालो लागरे पिता जी ना जाऊ सासरीयो
सासरा म पिता म्हारी सासू खराब छे
मख मार छे लकड़ी को मार रे पिता जी
सासरा म पिता म्हारी नंदण खराब छे
मख बोल छे आसला मसला रे पिता जी
सासरा न पिता म्हारी देराणी खराब छे
आसो देवर हुयो न नादान रे पिता जी
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