माता हो मानो हमारी तुम या बात
खजुरी आपण छोड़ी देवा हो
आसा दुश्मन करी रया घात
माता हो घाट को धोबी हमकऽ मूट मार हो
आसो यो दुखः सयो नही जाय
पती रे बारह बरस को पुण्य जायीयो रे
आसो पायो तो गोदी सींगा समरथ बाल
माता पुन्याती पून्यात करी न हारी गयो हो
आपणो साहेब श्री करतार
भाई मुंदी परगणो नगर पिपळीयो हो
आसो वहा जाई न करा मुकाम
No comments:
Post a Comment