Friday, 14 March 2014

सुणी लऽ भजन की बात रे अर्जून

सुणी लऽ भजन की बात रे अर्जून
पिपळो काटि न मंडप छायो, कन्या को धन खावे
सात जलम वोका कोड़ीयाँ का आवसे = कुण मिटाव वोकी कोड़ रे अर्जून
बलेण न खईची न दिवळो जलावे, धारण पोईचीया हाथ
सात जलम वोका बांझ का आवसे = कहा से लावे नानो बाल रे अर्जून
हाल जो चोरे न मोर जो मारे, तोड़े सरवरी पाल
बाल पणा म वोकी माता मरसे = जवानी म मर वोकी नार रे अर्जून
वाट मऽ कोई काटा बिचावे, संत से बैर हिसावे
सात जलम वोका अंधा का आवसे = कुण बताव वोक वाट रे अर्जून

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