देव बड़े हो दयाल सिंगाजी घर
सदा कर पिरती पाल सिंगाजी घर
जो म्हारा संत की सेवा करसे
आरे उन घर भेंजा माया जाल
जो म्हारा संत की निंदा करसे
आरे उन घर भेंजा माया जाल
ईनी धड़ बोया आम्बा आमली
आरे किन धड़ बोयाँ वासेब जाल
कहे गुरू सिंगा सुणो भाई साधू
आसा राखो ते चरण आधार
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