जय जय जगदम्बे मात अम्बिका भवानी
चरण शरण लिजे मात अम्बिका भवानी
हिंगलाज से चली मात चौसठ योगिनी सात
लंगूर त्रिशूल हाथ भैरव अगवानी
शुब्र मुकूट शिश धार पवन कंट पुष्प हार
अष्ट भुजा शिश हाथ सिह पर सुहाणी
पिकर मत अतिअपार नैन न पर अति अंगार
देवता की निज वार मृत्यु लोग ठाणी
संतन प्रती पालकी न दुष्ट न क संग्रहारती
हरी दास ज्ञान की भरत भवानी
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